केशव शरण - जन्म : 23 अगस्त 1960 चार कविता संग्रह एक हाइकू संग्रह और एक गजल संग्रह प्रकाशित। सम्प्रति : बैंक में सेवा
--------------------
सकारात्मक
नदी सूख गई है
देखकर जो कलेजा
फटा जा रहा है
उसे एक आदमी सांत्वना दे गया है
कि अब कोई डूबकर
मरेगा नहीं
वह अपने को
सकारात्मक सोच का बता रहा था
फटे कलेजे
सांत्वना पहुंची हो तो
सकारात्मक हो जा!
संपर्कः एस 2/564 सिकरौल, वाराणसी-221002 मो.नं.: 9415295137